धार निवेश क्षेत्र (Dhar Investment Region) - मध्य प्रदेश के विकास का नया अध्याय | Pithampur Dhar Mhow Investment Region
धार निवेश क्षेत्र (Dhar Investment Region) - मध्य प्रदेश के विकास का नया अध्याय | Pithampur Dhar Mhow Investment Region
धार का चित्रात्मक AI जनित छवि

धार निवेश क्षेत्र (Dhar Investment Region): पीथमपुर-धार-महू कॉरिडोर में औद्योगिक विकास का केंद्र।

धार निवेश क्षेत्र (Dhar Investment Region) की विस्तृत व्याख्या:
मास्टरप्लान 2035 के तहत विकास और जोनिंग

"धार अब केवल ऐतिहासिक गौरव नहीं, बल्कि भारत के सबसे बड़े औद्योगिक कॉरिडोर (DMIC) का एक गतिशील आर्थिक नोड है। यहाँ निवेश का हर फैसला नियोजित भविष्य की नींव पर टिका है।"

धार, मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में स्थित एक ऐतिहासिक और आदिवासी बहुल जिला है, जो अपनी सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र के कारण भी जाना जाता है। धार शहर के आसपास के बड़े क्षेत्र को पीथमपुर-धार-महू निवेश क्षेत्र (PDM-IR) के रूप में नामित किया गया है। यह क्षेत्र दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (DMIC) के प्रभाव क्षेत्र में आता है, जिससे यह राज्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण औद्योगिक और लॉजिस्टिक्स हब बन गया है।

मध्य प्रदेश नगर तथा ग्राम निवेश अधिनियम, 1973 के तहत, धार मास्टर प्लान 2035 इस पूरे निवेश क्षेत्र के संतुलित और नियोजित विकास के लिए दिशा-निर्देश देता है। इस योजना का उद्देश्य औद्योगीकरण, सामाजिक-आर्थिक विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच समन्वय स्थापित करना है। आइए, मास्टर प्लान के अनुसार धार के विभिन्न जोनिंग क्षेत्रों का विस्तृत विश्लेषण करते हैं।


🏭 औद्योगिक और वेयरहाउसिंग क्षेत्र (Industrial & Warehousing Zones) - औद्योगिक क्रांति का गढ़

धार निवेश क्षेत्र का सबसे बड़ा आकर्षण इसका औद्योगिक और लॉजिस्टिक्स ज़ोन है, जो रोजगार सृजन और आर्थिक विकास का मुख्य स्तंभ है।

1. पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र (Pithampur Industrial Area)

  • 🏗️ स्थान: यह धार जिले में स्थित एक सु-स्थापित औद्योगिक क्षेत्र है, जो इंदौर महानगर क्षेत्र का हिस्सा है।
  • 🏗️ विशेषता: यह क्षेत्र ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल्स और इंजीनियरिंग उद्योगों का केंद्र है और इसे अक्सर 'भारत का डेट्रॉयट' कहा जाता है।
  • 🏗️ जोड़: DMIC के तहत पीथमपुर से इंदौर हवाई अड्डे तक एक आर्थिक गलियारा (Economic Corridor) प्रस्तावित है, जो इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी को अत्यधिक बढ़ाएगा।

2. पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क (PM MITRA Textile Park)

  • 🏗️ परियोजना: धार मास्टर प्लान 2035 में केंद्र सरकार की PM MITRA योजना के तहत लगभग ₹2100 करोड़ की लागत से बनने वाले टेक्सटाइल पार्क के लिए भूमि निर्धारित की गई है।
  • 🏗️ उद्देश्य: यह परियोजना धार के आदिवासी बहुल क्षेत्र को औद्योगिक विकास से जोड़ने, कपड़ा उद्योग को बढ़ावा देने और बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन करने के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।

3. वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स ज़ोन (Warehousing and Logistics)

  • 🏗️ मास्टर प्लान में प्रावधान: PDM-IR में परिवहन (Transportation) के लिए लगभग 10% भूमि आवंटित की गई है, जिसमें लॉजिस्टिक्स, वेयरहाउसिंग और ट्रांसपोर्ट नगर शामिल हैं।
  • 🏗️ निवेश के अवसर: इंदौर और पीथमपुर के बीच का क्षेत्र, NH-3 और NH-59 की निकटता के कारण, बड़े गोदामों (Warehouses) और वितरण केंद्रों के विकास के लिए सबसे उपयुक्त है।
  • 🏗️ उदाहरण: औद्योगिक इकाइयों के लिए आवश्यक कच्चे माल और तैयार माल के भंडारण हेतु पीथमपुर के पास वाणिज्यिक दर पर गोदामों के लिए संपत्ति उपलब्ध है।

🏢 वाणिज्यिक क्षेत्र (Commercial Zones) - व्यापार का बढ़ता दायरा

धार शहर का पारंपरिक वाणिज्यिक केंद्र अब नए शहरी गलियारों के साथ विस्तारित हो रहा है, जिससे खुदरा और सेवा क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहन मिल रहा है।

1. शहर का मुख्य व्यापारिक केंद्र (Core Commercial Area)

  • 🏗️ स्थान: धार शहर का पुराना केंद्र और आस-पास के बाज़ार क्षेत्र मुख्य वाणिज्यिक गतिविधियाँ संचालित करते हैं।
  • 🏗️ विकास की दिशा: विकास योजना में इन क्षेत्रों में परम्परागत व्यवसाय की गतिविधियाँ जारी रखने की अनुमति है, लेकिन पार्किंग और यातायात की सुगमता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

2. क्षेत्रीय वाणिज्यिक गलियारे (Regional Commercial Corridors)

  • 🏗️ सड़क किनारे विकास: NH-59 (इंदौर-अहमदाबाद रोड) और धार-महू रोड जैसे प्रमुख मार्गों के किनारे वाणिज्यिक उपयोग के लिए नई भूमि को ज़ोन किया गया है।
  • 🏗️ PDM-IR जोनिंग: पीथमपुर-धार-महू निवेश क्षेत्र में कुल भूमि का लगभग 3% वाणिज्यिक उपयोग के लिए आरक्षित किया गया है।
  • 🏗️ उदाहरण: इन गलियारों पर कार्यालय स्थान, शोरूम, बड़े रिटेल आउटलेट और सर्विस अपार्टमेंट का विकास हो रहा है, जो औद्योगिक और आवासीय मांग को पूरा करते हैं।

🏠 आवासीय क्षेत्र (Residential Zones) - नियोजित आवास और शहरी विस्तार

औद्योगिक विकास के कारण धार निवेश क्षेत्र में आवासीय मांग में तेजी आई है, जिसे पूरा करने के लिए सुनियोजित क्षेत्रों का विस्तार किया जा रहा है।

1. PDM-IR में आवासीय प्रावधान (Residential Provision in PDM-IR)

  • 🏗️ बड़ा आवंटन: PDM-IR की कुल भूमि का लगभग 24% आवासीय भूमि उपयोग के लिए आवंटित किया गया है, जो रोजगार के अवसर से उत्पन्न आवास की आवश्यकता को दर्शाता है।
  • 🏗️ उद्देश्य: इसका उद्देश्य औद्योगिक श्रमिकों और बढ़ती आबादी के लिए उच्च श्रेणी के आवासीय क्षेत्रों और सामुदायिक सुविधाओं का विकास करना है।

2. नए विकास क्षेत्र (New Development Areas)

  • 🏗️ 14 गाँव शामिल: धार मास्टर प्लान 2035 के तहत, तिरला, ज्ञानपुरा, चिकल्या, माफ़ीपुरा और धरवारा जैसे 14 गाँवों को मौजूदा नियोजन क्षेत्र में शामिल करके उन्हें शहरी या अर्ध-शहरी उपयोग के लिए पुनर्वर्गीकृत किया गया है।
  • 🏗️ रियल एस्टेट का केंद्र: ये गाँव अब टाउनशिप विकास, समूह आवास योजनाओं और लेआउट विकास के लिए प्रमुख स्थान बन गए हैं।
  • 🏗️ उदाहरण: पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र के आसपास धार शहर में आवास विकल्प आसानी से उपलब्ध हैं, और कई बिल्डर यहाँ नई ग्रुप हाउसिंग स्कीम्स (Group Housing Schemes) ला रहे हैं।

3. आदिवासी क्षेत्र सुधार (Tribal Area Improvement)

  • 🏗️ विशेष ध्यान: मास्टर प्लान में धार के आदिवासी बहुल क्षेत्रों के जिला मुख्यालयों को नियंत्रित निवेश दृष्टिकोण से संरक्षित और विकसित करने का प्रावधान है।
  • 🏗️ बुनियादी ढाँचा: शहरी नियोजन में इन ग्रामीण क्षेत्रों को सड़कों, जल निकासी सेवाओं और कनेक्टिविटी से जोड़ने पर विशेष जोर दिया गया है।

🌾 कृषि और ग्रीन ज़ोन (Agriculture and Green Zones) - पर्यावरण का संतुलन

धार जिला अपनी कृषि प्रधान पृष्ठभूमि के लिए जाना जाता है। मास्टर प्लान में विकास और प्रकृति के बीच संतुलन बनाए रखने पर बल दिया गया है।

1. कृषि भूमि का संरक्षण

  • 🏗️ PDM-IR में आवंटन: PDM-IR में लगभग 30% भूमि को शहरी ग्रीन, ग्रीनबेल्ट विकास और कृषि के लिए आरक्षित किया गया है।
  • 🏗️ प्राथमिकता: यह सुनिश्चित किया गया है कि कृषि क्षेत्रों, स्थलाकृतिक रूप से उन्नत क्षेत्रों और जल निकायों के अंतर्गत आने वाली भूमि को विशेष सुरक्षा प्रदान की जाए।

2. ग्रीन बेल्ट और ओपन स्पेस (Green Belt and Open Space)

  • 🏗️ आरक्षण: निवेश क्षेत्र के कुल क्षेत्रफल का लगभग 32% खुले स्थानों और मनोरंजन के लिए अलग रखा गया है, जिसमें पार्क, उद्यान और प्राकृतिक गलियारे शामिल हैं।
  • 🏗️ उल्लंघन पर नियंत्रण: मास्टर प्लान पिछले अनियंत्रित विकास से सबक लेते हुए, कृषि भूमि पर गैर-अनुपालक विकास (Non-compliant Growth) को सख्ती से नियंत्रित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

3. कृषि की परिभाषा (As per MP Town & Country Planning Act)

  • 🏗️ अधिनियम के अनुसार, "कृषि" में उद्यान कृषि, कृषि-कर्म (फार्मिंग), वार्षिक/नियतकालिक फसलें, फल, सब्जियां, फूल, घास, चारा, वृक्ष उगाना या किसी भी प्रकार की मृदा-कृषि शामिल है।

🚀 धार निवेश क्षेत्र का भविष्य (Future Outlook of Dhar IR)

धार निवेश क्षेत्र का भविष्य अत्यंत उज्जवल है। PM MITRA टेक्सटाइल पार्क, पीथमपुर की मौजूदा औद्योगिक ताकत और DMIC कॉरिडोर से जुड़ाव इसे मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी विकास गाथाओं में से एक बनाते हैं। धार मास्टर प्लान 2035 का कार्यान्वयन इस क्षेत्र को न केवल एक औद्योगिक शक्ति केंद्र, बल्कि एक नियोजित, हरित और रहने योग्य शहर बनाने में मदद करेगा। निवेशकों के लिए, धार अब रणनीतिक स्थान, सरकारी समर्थन और बड़े बाजार की निकटता का एक आकर्षक संगम है।


📜 अस्वीकरण (Disclaimer)

यह लेख धार मास्टर प्लान 2035 (Dhar Master Plan 2035), पीथमपुर-धार-महू निवेश क्षेत्र (PDM-IR) से संबंधित दस्तावेजों और मध्य प्रदेश नगर तथा ग्राम निवेश अधिनियम के सार्वजनिक रूप से उपलब्ध प्रावधानों पर आधारित है। यह केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है और इसे किसी भी प्रकार की कानूनी, वित्तीय या निवेश सलाह नहीं माना जाना चाहिए। लैंड यूज़ ज़ोनिंग और नियमों में सरकारी परिवर्तन संभव हैं। किसी भी संपत्ति या परियोजना में निवेश करने से पहले, आपको सभी संबंधित सरकारी अधिसूचनाओं की आधिकारिक वेबसाइट पर स्वयं जाँच करनी चाहिए और एक पंजीकृत विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए।

Source: MP Town and Country Planning, Google, Industry Sources, Others

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